बड़े बड़े न्यूज चैनल ने इसपर किया कहा
न्यूज चैनल वाले ने थोड़ी सी बात को बहुत बड़ा चढ़ा के बताया जो कि बहुत गलत बात थी, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था और जब लोगों ने इस न्यूज को देखा तो कुछ लोगों ने भी इस बात को बहुत बड़ा चढ़ा के सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया जिससे जो लोग कथा में नहीं गए थे उनमें अफरा तफरी होने लगी और जिस-जिस के घरवाले कथा में गए हुए थे, उन्हें अपने घरवालों की चिंता होने लगी।
जो लोग कथा में नहीं गए थे उनका रिएक्शन किया था
जिन लोगों के घरवाले कथा सुनने गए थे उनके घरवाले इस फेक न्यूज को सुनकर टेंशन में आ गए और अपने घरवालों से कॉन्टैक्ट करने लगे जेमर लगे होने के कारण और भगतों की अधिक भीड़ होने के कारण बहुत से लोगों की बात अपने घरवालों से नहीं हो पा रही थी। जिससे लोग ओर भी ज्यादा परेशान हो रहे थे। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था, सब लोगो अच्छे से कथा सुन रहे थे यह कुछ लोगों ने गलत न्यूज फैलाई जिससे लोग परेशान हुए थे।
ये देखो कथा की वीडियो जिससे आप को पता चलेगा कि वह कुछ नहीं हुआ था
असली बात किया थी
दरअसल बात ये थी कि जब प्रदीप मिश्रा गुरुजी अपनी गाड़ी से उतरकर व्यासपीठ की ओर जाने लगे तो कुछ औरते गुरुजी की ओर उनके चरण छूने के लिए भागी जिससे लोगों में धक्का मुक्की हुईं और कुछ औरते एक दूसरे के ऊपर गिर गई और इसको न्यूज वालो ने बढ़ा चढ़ा के बताया कि जैसे हाथरस में भगदड़ मच गई थी वैसे ही आज मेरठ में भी हादसा हुआ है। पर ऐसा कुछ नहीं था, बल्कि जब गुरुजी को इस बात का पता चला तो गुरुजी ने सभी न्यूज चैनल वालो को अपने पास स्टेज पर बुलाकर उन्हें समझाया कि इस तरह की कोई भी झूठी न्यूज ना फैलाए उसके बाद सभी न्यूज चैनल से या न्यूज हटवाई गई जिससे लोगों में यह बात सुनकर सच में अफरा तफरी ने मच जाए वही सभी लोगों के साथ पुलिस प्रशासन ने भी गुरुजी का साथ दिया और SHO सर ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया और न्यूज पर भी चलवाया जिससे लोगों में शांति बनी रहे और कुछ भी गलत ने हो, फिर जब सब लोगो ने यह वीडियो देखी तो लोगों को थोड़ी राहत मिली जिससे सब कुछ सही से हो गया।
और इसमें कुछ लोग ऐसे भी थे जिनको आगे बैठने की जगह नहीं मिली थी जिसे उन लोगो ने भी इस चीज को बढ़ावा दिया था और यह गलत बात फैलाई थी कि श्री शिव महापुराण की कथा में भगदड़ मच गई है जबकि यह सारी बात झूठ थी।
प्रसन्न/उत्तर
प्रसन्न) किया आप भी श्री शिव महापुराण कथा सुनते हो।
उत्तर) a) हा b) नहीं
c) कभी-कभी d) अभी तक नहीं सुनी